बीसीसीआई ने अपनी समीक्षा बैठक में चोटिल भारतीय टीम के लिए नीति लागू करने का फैसला किया है। इस नीति के तहत, बीसीसीआई ने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी को खिलाड़ियों की फिटनेस और वर्कलोड प्रबंधन पर आईपीएल फ्रेंचाइजी के साथ काम करने के लिए अनिवार्य किया है। अब खिलाड़ियों की फिटनेस पर नजर रखने के लिए एनसीए आईपीएल 2023 में फ्रेंचाइजियों के संपर्क में रहेगा।
इसका मतलब है कि रवींद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या, रोहित शर्मा सहित भारतीय टीम के कई खिलाड़ियों को आईपीएल में खेलने की ‘सशर्त’ अनुमति मिलेगी। इससे खिलाड़ियों पर करोड़ों रुपए खर्च करने वाली फ्रेंचाइजियों के लिए बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। उन्हें अब हाल में चोटों से उबरे स्टार खिलाड़ियों को कुछ मैचों के लिए बेंच पर बैठने के लिए मजबूर करना होगा।
मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा और उपकप्तान जसप्रीत बुमराह इस नई नीति के कारण कुछ मैचों के लिए बेंच पर बैठ सकते हैं। गुजरात टाइटंस के कप्तान हार्दिक पांड्या भी इस लिस्ट में आते हैं इसलिए इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि उन्होंने भी गुजरात के लिए सभी मैच खेले हों। चेन्नई के दीपक चाहर और रवींद्र जडेजा भी हाल में चोटों से उबर रहे हैं। इसलिए सीएसके को उन्हें लेकर भी संभलकर कदम उठाने होंगे।
आईपीएल की एक फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने कहा, ‘यह बेहद जटिल नीति है। इससे समस्या हो सकती है। फ्रेंचाइजी वो खिलाड़ी हैं जो आईपीएल को सर्वश्रेष्ठ बनाते हैं। खिलाड़ियों का ध्यान रखना जरूरी है। कोई नहीं चाहेगा कि दीपक चाहर और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ी पूरे आईपीएल से बाहर रहें। वे आईपीएल ब्रांड के लिए महत्वपूर्ण हैं।’
साथ ही, हमें अब सावधानीपूर्वक उनके कार्यभार का प्रबंधन करना होगा ताकि वे चोटिल न हों।” इसमें उन्हें आराम देना और उनका सावधानीपूर्वक उपयोग करना शामिल होगा।’
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