कैप्टन शिवा चौहान: सियाचिन ग्लेशियर में तैनात भारतीय सेना की पहली महिला अधिकारी

भारत की रक्षा के लिए हर साल बड़ी संख्या में देशी लड़कियां भारतीय सेना में शामिल होती हैं। कैप्टन शिवा चौहान ऐसी ही एक लड़की हैं जिन्होंने इतिहास रचा है। फायर एंड फ्यूरी सैपर्स की कैप्टन शिवा चौहान कुमार इस पद पर नियुक्त होने वाली पहली महिला अधिकारी बन गई हैं।
फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स भारतीय सेना की एक इकाई है। यह सेना के उधमपुर स्थित उत्तरी कमान का हिस्सा है। 14 कॉर्प्स कारगिल और लेह के आसपास के क्षेत्र में सैन्य तैनाती देखती है। इसके अलावा यह सेना चीन और पाकिस्तान के बीच सीमा पर भी नजर रखती है। इसमें सियाचिन ग्लेशियर भी है।
करीब ढाई साल पहले पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में 20 जवानों के शहीद होने के बाद भी चीनी सैनिकों को कुचलने वाले बहादुर जवान फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स के हैं। इस वाहिनी के नाम से ही उनकी वीरता की झलक मिल जाती है। आग का अर्थ है ‘अग्नि’ और क्रोध का अर्थ है ‘भयंकर’।
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भारतीय सेना की फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स ने एक ट्वीट में कहा, ‘फायर एंड फ्यूरी सैपर्स के कैप्टन शिवा चौहान ने कड़ी ट्रेनिंग पूरी कर ली है।
तब से वह सर्वोच्च युद्धक्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर के कुमार पोस्ट पर सेवा देने वाली पहली महिला अधिकारी बन गई हैं। कैप्टन शिवा चौहान 15632 फीट की ऊंचाई पर कुमार पोस्ट पर तैनात हैं।
एक चौकी पर 10 सेना अधिकारी भी हैं, जिनमें से एक कप्तान शिव हैं, और इस तस्वीर में भारतीय ध्वज तिरंगा है। सियाचिन ग्लेशियर पृथ्वी पर सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र है और 1984 से भारत और पाकिस्तान के बीच कई लड़ाइयों का स्थल रहा है।
इतना ही नहीं बल्कि देश के तमाम लोग कैप्टन शिवा को लड़कियों के लिए प्रेरणा के रूप में देखते हैं। कैप्टन शिवा चौहान यहां माइनस 30 डिग्री सेल्सियस तापमान में तैनात हैं और अपनी जान की परवाह किए बिना देश की सेवा कर रहे हैं।
उनसे प्रेरणा लेकर भारत की सभी लड़कियां अपना भविष्य उज्जवल कर सकती हैं और देश का नाम रोशन कर सकती हैं।

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