‘मैं नफरत की बाजार में मोहब्बत की दुकान…’, ‘भारत जोड़ो’ यात्रा को लेकर राहुल गांधी का बयान

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पिछले 100 दिनों से ‘भारत जोड़ो’ यात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं। यह कन्याकुमारी से जम्मू कश्मीर तक की यात्रा है। फिलहाल यह यात्रा मध्य प्रदेश पहुंची है। इस बीच, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का सही उद्देश्य क्या है? इसका खुलासा हुआ है। राहुल गांधी ने कहा, ‘नफरत के बाजार में हम प्यार की दुकान बना रहे हैं। वह राजस्थान के अलवर में ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के अवसर पर आयोजित एक सभा को संबोधित कर रहे थे।
इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट मौजूद थे। इस मौके पर राहुल गांधी ने कहा, ‘पिछले 100 दिनों से भारत यात्रा में शामिल हों। मैं कई बार भाजपा कार्यालय से गया। इस समय भाजपा नेता, पदाधिकारी कार्यालय के बाहर हाथ जोड़कर खड़े हैं। वे भी मुझे इशारा करना चाहते हैं, लेकिन वे नहीं कर सकते। ऐसे में मैं उन्हें ‘फ्लाइंग किस’ देता हूं। मैं उनसे बिल्कुल भी नफरत नहीं करता। मेरी लड़ाई उनकी विचारधारा के खिलाफ है, लेकिन मैं इन लोगों को पसंद करता हूं।”


“उनके नेता कभी-कभी पूछते हैं, राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा पर क्यों घूम रहे हैं? मैं सोच रहा था, ‘मैं वास्तव में क्यों चल रहा हूँ?’ मैं लोगों के बीच चल रहा हूँ, लोगों से मिल रहा हूँ और लोगों को गले लगा रहा हूँ, लेकिन मैं यह सब क्यों कर रहा हूँ? मुझे जवाब मिल गया। गांधी ने कहा, ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोल रहा हूं’।
बीजेपी को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘आप मुझसे नफरत करते हैं, गाली देते हैं। यह आपके दिल में एक भावना है। नफरत का बाज़ार तेरा है और मोहब्बत की दुकान मेरी। इससे पहले महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल और डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की कांग्रेस ने भी भारत को आजादी दिलाने के लिए नफरत के बाजार में प्यार की दुकान लगाई। हम वही कर रहे हैं।