दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के निधन को ढाई साल हो चुके हैं। जांच एजेंसियों के मुताबिक, अभिनेता ने आत्महत्या की है। इसी तरह, कूपर अस्पताल के एक कर्मचारी रूपकुमार शाह, जिन्होंने उनका पोस्टमार्टम किया, ने सुशांत की हत्या का दावा किया। उसके बाद से मांग की जा रही है कि सुशांत मामले की फिर से जांच की जाए। इसी तरह ढाई साल बाद सुशांत के शरीर पर घाव देखने का दावा करने वाले रूप कुमार शाह के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। उनसे कुछ सवाल किए गए हैं। उनके उत्तर भ्रमित करने वाले हैं।
इस दौरान उनसे पूछा गया कि सुशांत के परिवार ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर कोई सवाल क्यों नहीं उठाया। लेकिन रूप कुमार के पास इस सवाल का कोई जवाब नहीं था। उन्होंने दावा किया कि सुशांत की आंखों पर वार किया गया था और उनकी गर्दन पर निशान फांसी के नहीं थे। साथ ही जब रूप कुमार शाह से सुशांत के शव का पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर के बारे में पूछा गया तो उनके पास भी इसका कोई जवाब नहीं था। रूप कुमार ने कहा कि उन्हें डॉक्टरों के नाम याद नहीं हैं। उन्होंने जवाब दिया कि डॉक्टर ने पीपीटी किट पहन रखी थी, इसलिए हम उन्हें पहचान नहीं पाए।
रूप कुमार शाह ने यह भी दावा किया कि सुशांत की हड्डियां टूटी हुई थीं और उन्होंने उन्हें देखा था। एक सवाल पूछा गया, ‘इन बातों पर सुशांत के परिवार, उनकी बहनों और बहनोई ने ध्यान क्यों नहीं दिया?’ लेकिन रूपकुमार शाह के पास इसका भी कोई जवाब नहीं था। जब रूप कुमार को बताया गया कि सुशांत सिंह राजपूत के परिवार को उनकी मौत के कारण पर कभी संदेह नहीं हुआ, तो शाह ने कहा, “शायद उनके परिवार को यह सब नहीं पता है। मैं सालों से लाशों को देख रहा हूं, उनका अवलोकन कर रहा हूं, इसलिए मेरे पास अनुभव है।” साथ ही यह सब जानते हुए भी जब उनसे पूछा गया कि आप ढाई साल तक चुप क्यों रहीं तो उनके पास कोई वाजिब कारण नहीं था। उन्होंने कहा कि वह चुप रहे क्योंकि उन्हें महाराष्ट्र की तत्कालीन सरकार पर भरोसा नहीं था।
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