कौन है “बिकिनी किलर”, चार्ल्स शोभराज, आज नेपाल की जेल से होगा रिहा

नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने कुख्यात सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज को रिहा करने का आदेश दिया है। 2003 में इसी कोर्ट ने शोभराज को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने शोभराज को उम्र बढ़ने के कारण रिहा करने का फैसला किया है। कभी बिकिनी किलर के नाम से मशहूर रहे शोभराज 78 साल के हो गए हैं। कोर्ट ने यह भी आदेश दिया है कि उसे 15 दिनों के भीतर उसके देश छोड़ दिया जाए। कथित तौर पर, उस पर विभिन्न देशों में लगभग 20 हत्याओं का आरोप लगाया गया है।
चार्ल्स शोभराज को बिकिनी किलर क्यों कहा जाता है?
सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज को बिकिनी किलर भी कहा जाता है। 1970 के दशक में चार्ल्स शोभराज ने कई हत्याएं कीं। जब महिलाओं की लाशें मिलीं तो शरीर पर सिर्फ बिकनी थी। इसलिए चार्ल्स शोभराज को बिकिनी किलर भी कहा जाता है। पुलिस को चकमा देने में भी वह माहिर था। लेकिन अब उनकी उम्र को देखते हुए उन्हें रिहा कर दिया गया है। 
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चार्ल्स शोभराज की मां वियतनाम से हैं
चार्ल्स शोभराज की मां वियतनाम से थीं और उनके पिता भारत से थे। 6 अप्रैल 1944 को जन्मे शोभराज अब 78 साल के हो चुके हैं। उनका जन्म वियतनाम में हुआ था जब देश पर फ्रांस का कब्जा था। इसीलिए चार्ल्स शोभराज के पास फ्रांस की नागरिकता है। चार्ल्स शोभराज को द सर्पेंट और बिकनी किलर के नाम से जाना जाता है।
एक खोखला बचपन
फ्रांसीसी प्रशासित साइगॉन, वीटनम में जन्मे, चार्ल्स भारतीय व्यवसायी और एक वियतनामी दुकान सहायक के पुत्र थे। लेकिन, बाद में उन्हें उनके पिता ने छोड़ दिया था।
शोभराज बाद में अपनी मां के एक फ्रांसीसी सैनिक से शादी करने के बाद फ्रांस चला गया। उनके बारे में कई आत्मकथाओं और लेखों में लिखा गया है कि शोभराज ने अपने पिता के परित्याग पर नाराजगी जताई और अपनी माँ के नए परिवार में कभी नहीं बसे। वह अपनी किशोरावस्था से ही छोटे-मोटे अपराधों में लग गया था, जेलों के अंदर और बाहर जा रहा था।
चार्ल्स शोभराज भेष बदलने में माहिर हैं
चार्ल्स शोभराज भेष बदलने में बहुत माहिर थे। उसने कई महिला पर्यटकों को निशाना बनाया। उन्हें 1976 में दिल्ली में गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद उन्हें तिहाड़ जेल में रखा गया था। 1986 में शोभराज जेल से फरार हो गया। उन्होंने तिहाड़ जेल में अपनी बर्थडे पार्टी रखी। उस समय उसने जो मिठाई और केक बांटे थे, उनमें ऐसी दवा मिला दी गई थी, जिससे वह नशीला हो जाता था। उसने यह मिठाई जेल के सभी पहरेदारों को खिलाई। ये सब करने के बाद शोभराज जेल से फरार हो गया।
फ्रांसीसी हत्यारे को 2004 में काठमांडू कैसीनो में पहली बार देखे जाने के बाद गिरफ्तार किया गया था और उसे आजीवन कारावास की सजा मिली थी।
चार्ल्स शोभराज का पूरा जीवन बहुत ही रोचक रहा है। उनकी रिहाई के आदेश के बाद एक बार फिर आपराधिक दुनिया का काला अध्याय सामने आ गया है।सोशल मीडिया पर चार्ल्स शोभराज की चर्चा एक बार फिर इस खबर से रंगी हुई है। चार्ल्स की जिंदगी पर द स्प्रापेंट नाम की वेब सीरीज भी बन चुकी है।
चार्ल्स शोभराज एक अंतरराष्ट्रीय अपराधी था जिसने विभिन्न देशों में कई अपराध किए थे। उनका मुख्य लक्ष्य भारत देखने आए विदेशी पर्यटक थे। चार्ल्स ने अपने रूप और वाणी से विदेशी युवतियों को प्रभावित कर उन्हें अपने जाल में फंसा लिया। और फिर उन्हें मार डालता था।